गार्गी पुरस्कार योजना क्या हैं?
गार्गी पुरस्कार योजना एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य महिलाओं की शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करती हैं।
मुख्य उद्देश्य:
- महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा: यह योजना महिलाओं को उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है।
- प्रेरणा: पुरस्कार पाने वाली महिलाओं को उनके प्रयासों और उपलब्धियों के लिए मान्यता दी जाती है, जिससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलती है।
- सामाजिक जागरूकता: यह योजना समाज में महिलाओं की भूमिका और महत्व को उजागर करने का प्रयास करती है।
पुरस्कार:
गार्गी पुरस्कार योजना के तहत चयनित महिलाओं को वित्तीय सहायता, छात्रवृत्तियाँ, और अन्य संसाधन प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकें।
महत्वपूर्ण पहल:
यह योजना न केवल शिक्षा को प्रोत्साहित करती है, बल्कि यह महिलाओं के आत्म-सम्मान और आत्म-निर्भरता को भी बढ़ावा देती है।
इस प्रकार, गार्गी पुरस्कार योजना महिलाओं के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
कौन ले सकता है लाभ?
- राजस्थान राज्य की निवासी छात्राएं
- राज्य सरकार के अधीन मान्यता प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत
- 10वीं या 12वीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक प्राप्त करने वाली छात्राएं
गार्गी पुरस्कार (प्रथम किस्त)
योजना वर्ष 1998 से प्रारम्भ की गई है। योजना अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा आयोजित माध्यमिक एवं प्रवेशिका परीक्षा में 75% व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को कक्षा 11 में नियमित अध्ययनरत् रहने पर राशि रु. 3000 एवं प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया जाता है |
पुरस्कार हेतु राशि निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। उक्त पुरस्कार की राशि प्रतिवर्ष बसन्त पंचमी को DBT माध्यम से प्रदान की जाती है।
स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल की कक्षा 10वीं की परीक्षा में 8 से 10 सीजीपीए प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी ये पुरस्कार दिया जाता है।
गार्गी पुरस्कार (द्वितीय किस्त)
योजना वर्ष 1998 से प्रारम्भ की गई है। योजना अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा आयोजित माध्यमिक एवं प्रवेशिका परीक्षा में 75% व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को कक्षा 12 में नियमित अध्ययनरत् रहने पर राशि रु. 3000 से पुरस्कृत किया जाता है |
पुरस्कार हेतु राशि निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। उक्त पुरस्कार की राशि प्रतिवर्ष बसन्त पंचमी को DBT माध्यम से प्रदान की जाती है।
स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल की कक्षा 10वीं की परीक्षा में 8 से 10 सीजीपीए प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी पुरस्कार दिया जाता है।
आपकी बेटी योजना
यह योजना वर्ष 2004-05 से प्रारम्भ की गई। इस योजनान्तर्गत ‘‘गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों की राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 में अध्ययनरत् ऐसी बालिकाएँ जिनके माता-पिता दोनों अथवा एक का निधन हो गया हो’’ को लाभान्वित किया जाता है। कक्षा 1 से 8 में अध्ययनरत् बालिकाओं को 2100 रु. प्रतिवर्ष एवं कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत् को 2500 रु. प्रतिवर्ष आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
शारीरिक अक्षमता युक्त बालिकाओं हेतु आर्थिक सबलता पुरस्कार
यह योजना वर्ष 2004-05 में प्रारम्भ की गई थी । इस योजनान्तर्गत राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 में अध्ययनरत् बालिकाएँ जो कि शारीरिक रूप से दिव्यांग है, कक्षा 1 से 8 में अध्ययनरत् बालिकाओं को 2000 रु. प्रतिवर्ष एवं कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत् को 5000 रु. प्रतिवर्ष आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री हमारी बेटियाँ योजना
यह योजना वर्ष 2015-16 से प्रारम्भ की गई है। योजनान्तर्गत राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत बालिका जिसने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं की परीक्षा में जिलें में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली, एक बीपीएल श्रेणी एंव एक अनाथ बालिका अर्थात प्रत्येक जिले से चार बालिकाएँ (न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक) इस योजना के लिए पात्र हैं। उक्त योजना में चयनित बालिकाओं को कक्षा 11 एंव 12 मे नियमित अध्ययनरत् रहने पर व्यावसायिक शिक्षा/प्रशिक्षण हेतु रू. 1,15000/- तक की सीमा में वित्तीय सहायता बालिका शिक्षा फाउण्डेशन के द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है।
बालिका प्रोत्साहन (कक्षा 12th के लिए)
यह योजना वर्ष् 2008-09 में प्रारम्भ की गई। योजनान्तर्गत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा आयोजित उच्च माध्यमिक कला, विज्ञान, वाणिज्य एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75% व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को रु. 5000 एवं प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया जाता है।
पुरस्कार हेतु राशि निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। उक्त पुरस्कार की राशि प्रतिवर्ष बसन्त पंचमी को DBT माध्यम से प्रदान की जाती है।
आवश्यक दस्तावेज़
- 10वीं या 12वीं की अंक तालिका
- आधार कार्ड
- विद्यालय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की प्रति (DBT के लिए)
निष्कर्ष
गार्गी पुरस्कार योजना राजस्थान सरकार की एक सराहनीय पहल है जो न केवल मेधावी छात्राओं को सम्मानित करती है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों की भागीदारी भी सुनिश्चित करती है। यह योजना "बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ" की भावना को साकार करने में सहायक है।

ConversionConversion EmoticonEmoticon