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जन आधार संशोधन हेतु द्विस्तरीय सत्यापन प्रक्रिया: जानिए पूरा विवरण | जन आधार द्वितीय स्तर पर रद्द होने का कारण और समाधान समझे |

जन आधार संशोधन/अद्यतन की द्विस्तरीय सत्यापन प्रक्रिया

प्रिय कीऑस्क संचालकों,

जन आधार कार्ड की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को बनाए रखने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा द्विस्तरीय सत्यापन व्यवस्था लागू की गई है। यह प्रक्रिया जन आधार में किए गए संशोधन या अद्यतन को प्रमाणित करने के लिए आवश्यक है।

🔍 प्रथम सत्यापन

  • ग्रामीण क्षेत्रों में यह कार्य ग्राम विकास अधिकारी द्वारा किया जाता है।
  • शहरी क्षेत्रों में यह कार्य अधिशाषी अधिकारी द्वारा संपन्न किया जाता है।

📝 द्वितीय सत्यापन

  • ग्रामीण क्षेत्रों में यह कार्य ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) द्वारा किया जाता है।
  • शहरी क्षेत्रों में यह कार्य उपखण्ड अधिकारी (SDM) द्वारा किया जाता है।

⚙️ सिस्टम आधारित अनुलिपिकरण (Duplication Check)

जब दोनों स्तरों पर सत्यापन पूरा हो जाता है, तब सिस्टम आधारित अनुलिपिकरण प्रक्रिया शुरू होती है, जिसके माध्यम से डुप्लीसिटी (Duplicate Entries) की जांच की जाती है।

यह प्रक्रिया पूरी तरह स्वचालित (Automated) होती है और सत्यापन को अंतिम रूप देती है।

जन आधार द्वितीय स्तर पर रद्द होने का कारण और समाधान समझें

जन आधार कार्ड राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के प्रत्येक परिवार को एक यूनिक पहचान प्रदान करना है। जब नागरिक अपने जन आधार कार्ड में संशोधन या अद्यतन करवाते हैं, तो उसकी पुष्टि द्विस्तरीय सत्यापन के माध्यम से की जाती है। कभी-कभी यह प्रक्रिया द्वितीय स्तर पर रद्द हो जाती है। आइए समझते हैं इसके कारण और समाधान।

❌ द्वितीय स्तर पर रद्द होने के संभावित कारण:

🔹 आवेदन में गलत या अपूर्ण जानकारी देना।
🔹 दस्तावेज़ों की अप्रमाणिकता या अस्पष्टता।
🔹 सदस्य की जानकारी, जैसे नाम, जन्मतिथि आदि, दूसरे डेटाबेस से मेल नहीं खाना।
🔹 डुप्लीकेट एंट्री की संभावना — एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक जन आधार में पाया जाना।
🔹 स्थानीय सत्यापन अधिकारियों द्वारा पुष्टि न होना या तकनीकी त्रुटि।

🛠️ समाधान क्या है?

✅ सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज स्पष्ट और वैध हैं।
✅ जन आधार अपडेट करते समय जानकारी सटीक और पूर्ण भरें।
✅ अपने ग्राम विकास अधिकारी / अधिशाषी अधिकारी से संपर्क करें और सत्यापन का कारण पूछें।
✅ डुप्लीकेट समस्या के लिए संबंधित ब्लॉक या उपखण्ड कार्यालय से बात करें।
✅ यदि तकनीकी समस्या है, तो ई-मित्र या CSC सेंटर से दोबारा अपडेट फॉर्म भरवाएं।

महत्वपूर्ण सुझाव: कभी-कभी रद्द होने का कारण सिस्टम आधारित होता है, ऐसे में सत्यापन की स्थिति को समय-समय पर जन आधार पोर्टल पर चेक करते रहें और स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में रहें।
निष्कर्ष: जन आधार संशोधन की प्रक्रिया केवल तभी पूर्ण मानी जाएगी जब यह दोनों सत्यापन चरणों के साथ-साथ अनुलिपिकरण जाँच से भी सफलतापूर्वक गुजर चुकी हो। अतः सभी कीऑस्क संचालकों से अनुरोध है कि वे उपयोगकर्ताओं को इस प्रक्रिया की जानकारी दें एवं आवश्यक दस्तावेजों के साथ सहयोग करें।

✍️ यह जानकारी ई-मित्र/CSC ऑपरेटरों के मार्गदर्शन हेतु दी गई है।


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